Netflix कि The Railway Men Web Series 1984 में हुए भोपाल गैस त्रासदी पर आधारित है जिसमे 15,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इस घटना को देश कि सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना माना जाता है।
The Railway Men Series Introduction
यह सीरीज 1984 Bhopal Gas Tragedy पर आधारित है जो 2 और 3 दिसंबर को हुयी थी। इस घटना में 15 हजार लोगो कि जान गयी और कई लाख लोग प्रभावित हुये। हालाकि मृत्य लोगो कि संख्या इससे कई ज्यादा होगी पर सीरीज में इतनी ही बताई गयी है। इस घटना का कारड़ भोपाल कि एक केमिकल फैक्ट्री से निकली जानलेवा गैस मिथाइल आइसोसाइनेट (Methyl Isocyanate) जिसे MIC भी कहते है। जिसका इस्तेमाल Pesticide बनाने में किया जाता था। भोपाल में यह फैक्ट्री 1969 में UCIL (Union Carbide India Limited) के द्वारा बनाई गयी थी जो एक अमरीकन बेस्ड कंपनी UCC (Union Carbide Corporation) के अंदर आती थी।
इस सीरीज का पूरा नाम The Railway Men : The Untold Story of Bhopal 1984 है। इस सीरीज के नाम के बाद untold इसलिए लगाया गया है शायद इसलिए क्योंकि इस सीरीज में उन 4 लोगो कहानी दिखाई है जिनके बारे में कोई नहीं बात करता तो यह सीरीज उन्ही के बारे में है कि कैसे उन्होने अपने जान कि परवाह न करते हुये हजारो लोगो कि जान बचाई।
यह सीरीज (YRF) यश राज फिल्म कि तरफ से पहली सीरीज है जिसे Netflix पर रिलीस कि गयी है हो सकता है भविष्य में YRF कि तरफ से और सीरीज देखने को मिले। यह सीरीज केवल चार एपिसोड की है जो 52 से 66 मिनट लंबी है पर इतने कम एपिसोड के बाद भी इस सीरीज कि कहानी पूरी है। इस सीरीज को 18 दिसम्बर को Netflix पर रिलीस किया गया है। IMDb पर इसकी rating 8.7 है।
The Railway Men Series Story
सीरीज में यह दिखाया गया है की प्लांट में तीन जमीन के अंदर स्टोरेज प्लांट बनाए गए थे जिनमे MIC रखा जाता था। एक दिन दो कर्मचारी पाइप कि सफाई करने के लिए वॉटर सप्लाइ खोल देते है पर वे दोनों तरफ धातू कि प्लेट नहीं लगाते है क्योंकि उन्हे ये नहीं सिखाया गया होता है तो पानी MIC से जाकर मिल जाता है जिससे तरल के रूप में उपस्थित MIC गैस में बदल जाता है और हवा में फैल जाता है। जीससे फैक्ट्री के आस पास रहने वाले लोग मरने लगते है।धीरे धीरे यह गैस पूरे इलाके में फैल जाता है और हवा में जहर घुल जाता है।
यह गैस भोपाल जंक्शन तक भी पहुँच जाती है और लोगो को मारने लगती है पर स्टेशन मास्टर और एक व्यक्ति जो अपने आप RPF का एक सिपाही बताता है उन सभी लोगो कि मदद करता है। स्टेशन मास्टर जितना हो सके उतने लोगो को प्रतिछा ग्रह में रुकाते है। फिर रेलवे में अभी अभी लोकोपायलेट बना है। वह स्टेशन पर एक इंजन के साथ पहुंचता है। उसके बाद स्टेशन मास्टर उसे बताते है कि तुम्हें एक मालगाड़ी लानी होगी तब वह मालगाड़ी लाता है और स्टेशन पर खड़ी कर देता है। पर उसी वक्त वहाँ पर एक और ट्रेन आ जाती है पर वह सही वक्त पर रुक जाती है क्योंकि ट्रेन रोकने लिए पटरी पर डेटोनेटर लगा दिये गए थे। पर जो लगाने के लिए गया था वह मर गया था। तो सभी लोगो उस ट्रेन में बैठ जाते है और वह ट्रेन रवाना हो जाती है पर सभी को चड़ाने के कि वजह से स्टेशन मास्टर अपनी जान खो देते है।
सामने से उन लोगो के राहत के लिए अटारसी से एक ट्रेन भी आ रही होती है पर वह लड़का जो माल गाड़ी लेने गया होता है वह सही वक्त पर लीवर खीच देता है जिससे पटरी बदल जाती है और वो दोनों ट्रेन आपस में टकराने से बच जाती है।पर वह लड़का मर जाता है। आखिर में स्टेशन मास्टर को होश आ जाता है जब उनका लड़का बड़े मैदान पर उन्हे देखने के लिए जाता है। जहां पर लाशों को दफनाया या जलाया जा रहा होता है।
My Thoughts
इस सीरीज में कमी निकालना मुश्किल है क्योंकि इस सीरीज में कमी न के बाराबार है। चाहे एक्टर हो, सीन्स हो, या संवाद( Diagolouge ) सभी अपनी अपनी जगह बहुत अच्छे है । सीरीज को देखते वक्त मैं सीरीज से पूरी तरह से जुड़ा रहा है और ये सोचता रहा कि यह सीरीज कोई काल्पनिक कहानी नहीं है, यह वास्तव में हुआ है और यह तो T.V पे दिखाने के लिए और एक कहानी में पिरोने के लिए चीज़ों को तोड़ा मरोड़ा गया है और घटनाओ को कम भयावह दिखाया गया ताकि लोग यह देख कर रोने न लगे या अपनी छाती न पीटने लगे। यह घटना वास्तव में उससे कई ज़्यादा बड़ी थी जितना इस सीरीज में दिखाया गया है। इतनी बड़ी घटना को बहुत अच्छे दिखाने कि कोशिश करी गयी है एक अलग दृष्टि कोड़ से क्योंकि इस घटना पर पहले ही 4 बॉलीवुड फिल्मे बन चुकी है इसलिए यह अलग दृष्टि कोण आप को अच्छा लगेगा। इस सीरीज को देखते वक्त मैं वास्तव हक्का बक्का रेह गया क्योंकि सीरीज में कई जगह इस घटना कि तस्वीरे और चल चित्र भी दिखाये गए जो इस घटना कि गहराई को समझने में मदद करते है पर सीरीज में एक कमी ये लगी कि यह सीरीज जिन चार लोगो को केंद्र में रख कर बनाई गयी है उन चार लोगो कि तस्वीरे या कोई अन्य जानकारी सीरीज में नहीं दिखायी गयी जो मुझे सही नहीं लगा।
इस घटना के बारे में और जानने के लिए आप यह Article पढ़ सकते है।
The Railway Men Series Cast and Crew
Main Actor
सीरीज में सबसे ज्यादा स्क्रीन टाइम के के मेनन (Kay Kay Menon) का है और वही इस सीरीज कि जान है। उन्होने स्टेशन मास्टर इफ्तेकार सिद्दीकी का किरदार निभाया है और वो अपने किरदार में बहुत जचे है। कन्ही भी मुझे ऐसा नहीं लगा कि वे एक्ट कर रहे है। उनके द्वारा कि एक्टिंग लाजवाब है।
दिवेन्दु का किरदार इस सीरीज में एक चोर का था जिसमे वे अच्छे लगे है।
बाबिल खान ने एक नौ जवान लड़के कि भूमिका निभाई है जिसकी अभी अभी रेलवे में नौकरी लगी है।वो अपने किरदार में जचे है।
र. माधवन का स्क्रीन टाइम काफी कम था तो उन्हे जितना समय मिला उसमे उन्होने अच्छा काम किया है हालाकी और मिलता तो और मज़ा आता।
सबसे कम स्क्रीन टाइम जुही चावला का पर वह लास्ट में भी आकार याद रेह जाती है।
Heart of The Star
इन बड़े कलाकारो के अतिर्क्त भी इस सीरीज में कई कलाकार है जो भले ही उतने बड़े न हो पर मेरे और आपके चहिते जरूर है।
जैसे पंचायत सीरीज के सरपंच का किरदार करने वाले रघूबीर यादव जिनहोने इस सीरीज मेंट्रेन गार्ड का किरदार निभाया है
Aspirants सीरीज में संदीप भईया का किरदार करने वाले सनी हिंदुजा उन्होने इस सीरीज में एक पत्रकार कि भूमिका निभाई है।
Jamtara सीरीज में पुलिस ऑफिसर का किरदार करने वाले दिवेन्दु भट्टाचार्य उन्होने इस सीरीज में यूनियन कार्बाइड के मैनेजर का किरदार निभाया है
गुल्लक सीरीज में बिट्टू कि मम्मी का किरदार करने वाली सुनीता राजवर ने इस सीरीज में सफाई करने वाली का किरदार निभाया है जिनका नाम विजया है।
मंदिरा बेदी को तो आप जानते ही है ये किसी पहचान कि मोहताज नहीं इन्होने बहुत सारे TV शो और मूवी में काम किया है।उन्होने इस सीरीज के एक या दो सीन में एक पंजाबी औरत राजबीर कौर को रोल किया है जो ट्रेन से भोपाल आ रही।
पंचायत सीरीज में ईटा खरीदने वाले व्यक्ति का किरदार करने वाले श्रीकान्त वर्मा ने इस सीरीज में एक रेलवे कर्मचारी का किरदार किया है जिसका नामजिसकानाम ईश्वर प्रसाद है।
Supporting Actor
Philip Rosch as Madsen (the American head of the plant)
Connor Keene as Alex Braun (A Scientist who Research that is Gas Poisness )
Denzil Smith as Railway Minister
Nivedita Bhargava as Imad’s mother
Annapurna Soni as Shazia, Ansari’s widow
Bhumika Dube as Nafisa, Kamruddin’s wife
Priya Yadav as Sohini, Vijaya’s daughter
Hi, my name is Sandeep Vishwas and I am from India.
I love giving movie suggestions to people. I feel that if something is good, it should reach other people, it should not be confined to itself.